अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर, बड़े पैमाने पर नुकसान की खबर
ईटानगर, 27 अगस्त (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। अरुणाचल प्रदेश के कई जिलों में लगातार बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे फसलों तथा बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचा है, साथ ही जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि बांस के पेड़ों सहित कृषि तथा बागवानी फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचने की खबर है और सियांग जिले में विभिन्न नदियों का जल स्तर भी बढ़ गया है। पांगिन-बोलेंग के विधायक ओजिंग तासिंग ने बताया कि वह जिला प्रशासन से लगातार सम्पर्क में हैं, ताकि आवश्यक सेवाओं और संचार लाइनों की तत्काल बहाली सुनिश्चित की जा सके। सियांग के उपायुक्त अतुल तायेंग ने बताया कि भारी बारिश के कारण जिले की संचार अवसंरचना बुरी तरह प्रभावित हो गई है। वहीं, बृहस्पतिवार को सिमांग नदी में बाढ़ की स्थिति भी उत्पन्न हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि इलाके में जीआरईएफ (जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स) के श्रम शिविरों को खाली किया गया है और 550 लोगों को बोलेंग के सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ठहराया गया है। पानी के बढ़ते स्तर के मद्देनजर निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। सुपले गांव में जिले के छह गांवों को जोड़ने वाला बेली पुल भी बह गया है। भूस्खलन के कारण ‘सबबंग हाइड्रोपावर प्लांट’ (एसएचपी) का पावर चैनल और ‘वाटर-कंडक्टिंग सिस्टम’ क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ है। जिले के कई इलाकों में विद्युत पारेषण लाइन भी खराब हो गई हैं। उन्होंने बताया कि पूर्वी सियांग जिले में एक नवनिर्मित तटबंध बह गया, जिससे जरकू गांव के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। सियांग के बढ़ते जल स्तर के कारण निचले मेबो गांवों जैसे बोरगुली, सेरम, कोंगकुल, नेम्सिंग गादुम और मेर में नदी के बाएं किनारे पर बड़े पैमाने पर कटाव शुरू हो गया है। स्थानीय विधायक लोम्बो तायेंग ने बताया कि भारी बारिश से बड़े पैमाने पर कटाव के कारण फसल भूमि तथा बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचा है, इसके अलावा निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। तायेंग ने बताया कि कुल 10 गांवों और उसकी करीब 15000 लोग इससे प्रभावित हुई है। बिजली आपूर्ति सेवाएं और पानी की पाइपलाइन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं।