सुष्मिता ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया, तृणमूल में शामिल होने की संभावना
नई दिल्ली, 16 अगस्त (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद सुष्मिता देव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
सुष्मिता के करीबी सूत्रों ने यह भी बताया कि वह जल्द ही तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं।
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहीं सुष्मिता ने 15 अगस्त को पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा।
सुष्मिता ने अपने त्यागपत्र में पार्टी छोड़ने के कारण का कोई उल्लेख नहीं किया, हालांकि उन्होंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही खुद को मिले मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए सोनिया गांधी और पार्टी नेतृत्व का धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आशा करती हूं जब मैं जनसेवा के अपने जीवन में नया अध्याय शुरू करने जा रही हूं तो आपकी शुभकामनाएं मेरे साथ होंगी।’’
वह असम के सिलचर से लोकसभा सदस्य रही हैं। उनके अगले राजनीतिक कदम के बारे में फिलहाल कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है, हालांकि उनके करीबी कुछ सूत्रों का कहना है कि वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं और त्रिपुरा में पार्टी का चेहरा भी सकती हैं।
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद सुष्मिता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर अपने प्रोफाइल से संबंधित कुछ जानकारियां बदल दीं। उन्होंने अपने प्रोफाइल में ‘कांग्रेस की पूर्व सदस्य’ और ‘अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष’ लिख दिया है।
सुष्मिता देव के पिता संतोष मोहन देव कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे और केंद्र में मंत्री भी रहे।
सुष्मिता के इस्तीफे पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और उम्मीद जताई कि पूर्व सांसद जो भी कदम उठाएंगी वह सोच-समझ कर उठाएंगी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने सुष्मिता देव से बात करने का प्रयास किया लेकिन उनका फोन बंद था। सुष्मिता देव एक कर्मठ और प्रतिभाशाली कार्यकर्ता थीं। ऐसे में आशा करता हूं कि वह जो भी निर्णय करेंगी सोच-समझ कर करेंगी। मैं पार्टी की ओर से उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।’’
उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने सुष्मिता देव के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े करते हुए सोमवार को कहा कि पार्टी सब कुछ जानकर भी अनजान बनती है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘सुष्मिता देव ने हमारी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। युवा नेता छोड़ते हैं जबकि हम ‘बुजर्ग’ (पुराने नेता) पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रयास करते हैं तो उसके लिए भी कसूरवार ठहराया जाता है।’’
सिब्बल ने दावा किया कि पार्टी सब कुछ जान कर भी अनजान है।