भारतीय हॉकी टीम के कोच रीड हमेशा टीम फर्स्ट का दृष्टिकोण अपनाते हैं: शिवेंद्र
बेंगलुरु, 05 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के पूर्व फॉरवर्ड खिलाड़ी और मौजूदा सहायक कोच शिवेंद्र सिंह का कहना है कि टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड हमेशा टीम फर्स्ट का दृष्टिकोण अपनानते हैं। शिवेंद्र ने सोमवार को कहा कि यहां राष्ट्रीय शिविर के दौरान ओलंपिक के लिए जाने वाली टीम का ध्यान गति, कुशाग्रता और कौशल पर केंद्रित रहा है। पिछले साल लॉकडाउन के बाद से ही पुरुष टीम यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के सेंटर में है जहां कोच रीड ओलंपिक की तैयारी करा रहे हैं। शिवेंद्र ने कहा, हमारा ध्यान गति, कुशाग्रता और कौशल पर केंद्रित है। हमने खिलाड़ियों की पॉजिशन के अनुसार ट्रेनिंग ड्रिल कराने के काम पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा, रीड काफी शांत स्वभाव के हैं और हमेशा अपनी कोचिंग में टीम फर्स्ट का दृष्टिकोण अपनाते हैं। वह पूरे कोचिंग स्टाफ के साथ शामिल होते हैं और टीम की एकजुटता बरकरार रखते हैं। शिवेंद्र ने बताया कि एक कोच के रूप में उनके शुरूआती दिनों से उनकी जिम्मेदारियां बढ़ी हैं और अब वह प्रशिक्षण और मैचों से टीम के डाटा का विश्लेषण और मूल्यांकन करने में अधिक शामिल हैं। शिवेंद्र को भरोसा है कि टीम के पास इस साल ओलंपिक में पदक लाने की क्षमता है। उन्होंने कहा, मुझे इन खिलाड़ियों की क्षमता पर भरोसा है और यकीन है कि यह टीम दुनिया की फिट टीमों में से एक है। हमारी टीम ओलंपिक पदक जीतने की प्रबल दावेदार है।