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ऋषभ पंत की चोट बन सकती है विकेटकीपर ईशान किशन के लिए वरदान, 2 साल बाद चयनकर्ता दे सकते हैं मौका!

नई दिल्ली, 24 जुलाई (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। इंडिया वर्सेस इंग्लैंड मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन ऋषभ पंत को लगी चोट ने भारत की मुश्किलें बढ़ा दी है। स्कैन के बाद पता चला है कि पंत के पैर में फ्रेंक्चर है जिस वह से वह पूरी सीरीज से बाहर हो सकते हैं। पंत का इंग्लैंड टेस्ट सीरीज से बाहर होना भारत के लिए बहुत बड़ा झटका है क्योंकि वह टीम के मैच जिताऊ खिलाड़ियों में से एक हैं। ऐसे में अब सवाल उठता है कि उनकी जगह स्क्वॉड में किसे मौका मिलेगा। वैसे तो टीम में ध्रुव जुरेल के रूप में एक विकेट कीपर है, मगर पंत के बाहर होने के बाद भारत को दूसरे विकेट कीपर की भी जरूरत रहेगी। ऐसे में चयनकर्ता उस खिलाड़ियों को मौका दे सकते हैं जो 2 साल से टीम से बाहर बैठा है। यहां हम बात ईशान किशन की कर रहे हैं।

एक रिपोर्ट के अनुसार “चयन समिति पांचवें टेस्ट से पहले ईशान किशन को टीम में शामिल करेगी क्योंकि पंत अंतिम टेस्ट मैच का हिस्सा नहीं होंगे, जो 31 जुलाई से 4 अगस्त तक ओवल में खेला जाएगा।” ईशान किशन ने आखिरी टेस्ट जुलाई 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। इसके बाद वह लगातार टीम से बाहर चल रहे हैं। बात ऋषभ पंत की इंजरी की करें तो, यह चोट उन्हें तब लगी जब वह 37 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। क्रिस वोक्स की एक गेंद पर पंत रिवर्स स्वीप मारना चाहते थे, मगर वह चूक गए। ऐसे में गेंद सीधा उनके पैर पर जाकर लगी। इंग्लैंड ने तुरंत LBW के लिए अपील की मगर अंपायर ने नकार दिया। इंग्लैंड ने DRS का इस्तेमाल किया, मगर थर्ड अंपायर से भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली क्योंकि गेंद पंत के पैर पर लगने से पहले उनके बैट पर लगी थी।

पंत इस दौरान दर्द से कराह रहे थे। दर्द इतना था कि वह पैर भी जमीन पर नहीं रख पा रहे थे। जैसे ही फीजियो मैदान पर पहुंचे और उनका जूता और जुराब उतारी तो पता चला की चोट गंभीर है। तुरंत उन्हें मिनी एंबुलेंस के जरिए मैदान के बाहर ले जाया गया। भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 4 विकेट के नुकसान पर 264 रन बोर्ड पर लगा दिए हैं। मैनचेस्टर टेस्ट भारत के लिए बेहद अहम है क्योंकि टीम इंडिया सीरीज में 1-2 से पिछड़ रही है। ऐसे में टीम इंडिया को ऋषभ पंत की कमी खूब खलेगी। बता दें, तीसरे टेस्ट के दौरान भी पंत की उंगली में चोट लगी थी, इसके बावजूद वह चौथा टेस्ट खेलने उतरे थे।

 

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