मुशायरा ज़ौक़ ए सुख़न दरिया ए सुख़न फाउंडेशन और आख़िरी सफ़ा की जानिब से
-: सक्षम भारत :-
नई दिल्ली l ( आकाश शक्य ) मंडावली वेस्ट विनोद नगर के मशहूर शायर असलम बेताब की रहनुमाई मैं हिंदुस्तान के मशहूर शायर वसीम नादिर के जन्मदिवस के उपलक्ष में एक खूबसूरत मुशायरा का आयोजन किया गया जिसमें हिन्दुस्तान के मशहूर शायर सलमान सईद, यासिर ईनाम आक़िब जावेद, तस्लीम आरफी, कुणाल वर्मा, आक़िब शाद, खालिद अख्लाक, फरहतुल्लाह खान, शिराज़ खान, सृष्टि सिंह, मुस्कान मजीद, सरमद खान, शफीक सैफी, रिज़वान अंसारी, आरिश हाफ़ी, फ़ुर्क़ान अंसारी के साथ साथ ख़ुद वसीम नादिर ने भाग लिया … इस मुशायरे की सदारत वसीम नादिर ने की और निज़ामत आक़िब जावेद ने की .. प्रोग्राम के अंत में दरिया ए सुख़न फाउंडेशन के प्रधान ज़ुबैर अहमद और आख़िरी सफ़ा के प्रधान फुरकान अंसारी ने सभी को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया .किराएदार की आँखों में आ गए आँसू
बनाए बैठे थे बच्चे मकान काग़ज़ पर
~यासिर ख़ान इनाम
हम हैं ज़ंजीरों की खन खन के बिगाड़े हुए लोग
तेरी पाज़ेब की छन-छन में नहीं आ सकते
~सलमान सईद.
तुम्हारे बा’द अब जिसका भी जी चाहे मुझे रख ले
जनाज़ा अपनी मर्ज़ी से कहाँ काँधा बदलता है
~वसीम नादिर
सैल-ए-रवाँ ने ऐसे सितम ढाए हैं कि अब
छूटी हुई ज़मीन का रक़बा उदास है
~आक़िब जावेद
मैंने लफ्जों में जो नमी की है
रो न पाया तो शायरी की है
शफीक सैफी
ये जानकारी दरिया ए सुख़न फाउंडेशन की महा सचिव लक्ष्मी और सचिव तस्लीम आरफी ने दी