पुरानी जिप्सी को नई जिम्नी एसयूवी से बदला
नई दिल्ली, 14 फरवरी (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। हाल ही में मारुति सुजुकी ने 60 जिम्नी वाहनों को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) को सौंपा है, और इसके साथ ही ये वाहन केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) में पहली बार शामिल किए गए हैं। भारतीय सशस्त्र बलों ने आधिकारिक रूप से अपनी पुरानी जिप्सी को मारुति सुजुकी की नई जिम्नी एसयूवी से बदल दिया है। इन वाहनों को लेह-लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा, जो भारतीय सुरक्षा बलों के लिए चुनौतीपूर्ण इलाकों में काम करने के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित होंगे। आईटीबीपी, जो भारत के कुछ सबसे कठिन और ऊंचाई वाले इलाकों में कार्यरत है, को इस वाहन की आवश्यकता थी, क्योंकि इन इलाकों में मौसम की स्थिति अत्यधिक कठोर होती है, और तापमान सर्दियों में माइनस 45 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। यहां के बर्फ से ढके पहाड़ों और ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर जिम्नी जैसी मजबूत और सक्षम वाहन की बेहद जरूरत थी। ये वाहन आईटीबीपी के कर्मियों को पेट्रोलिंग, बॉर्डर प्रोटेक्शन और सैनिकों की आवाजाही में मदद करेंगे। मारुति सुजुकी जिम्नी 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन से लैस है, जो 103बीएचपी और 134एनएम का टॉर्क उत्पन्न करता है। इसमें 4 डब्ल्यूडी सिस्टम और ब्रेक-असिस्टेड लिमिटेड स्लिप डिफरेंशियल जैसे फीचर्स हैं, जो इसे किसी भी प्रकार के इलाके में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने में सक्षम बनाते हैं। जिम्नी की एक्स-शोरूम कीमत 12.75 लाख रुपये है। मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (मार्केटिंग एंड सेल्स) पार्थो बनर्जी ने कहा, यह मारुति सुजुकी के लिए गर्व का क्षण है कि हम जिम्नी को आईटीबीपी को सौंप रहे हैं। जिम्नी उन कठिन सीमावर्ती इलाकों में नेविगेट करने के लिए एक परफेक्ट व्हीकल है।