व्यापार

चीन, आसियान ने विस्तारित मुक्त व्यापार समझौते पर किए हस्ताक्षर

कुआलालंपुर, 28 अक्टूबर (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। चीन ने दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) के साथ मुक्त व्यापार समझौते के एक विस्तारित संस्करण पर हस्ताक्षर किए हैं।

अमेरिका की ओर से बढ़ते संरक्षणवाद के बीच चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने इस क्षेत्र के साथ अपने देश के घनिष्ठ संबंधों पर जोर दिया है।

ली कियांग ने इस विस्तारित संस्करण पर हस्ताक्षर करने के बाद आसियान-चीन शिखर सम्मेलन में कहा, ‘‘एकता में ही शक्ति है।’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि निकट सहयोग वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं को दूर करने में मदद कर सकता है।

आसियान-चीन मुक्त व्यापार क्षेत्र 3.0 पर हस्ताक्षर वार्षिक आसियान शिखर सम्मेलन और संबंधित बैठकों के अंतिम दिन हुए। इस अवसर पर ली कियांग और मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम भी उपस्थित रहे। इब्राहिम इस वर्ष आसियान के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं।

यह लंबे समय से जारी समझौते का तीसरा संस्करण है। इस पर पहली बार 2002 में हस्ताक्षर किए गए थे और यह 2010 में लागू हुआ था। मुक्त व्यापार क्षेत्र के दायरे में दो अरब से अधिक लोगों के संयुक्त बाजार आते हैं और यह वस्तुओं पर शुल्क कम करता है। साथ ही सेवाओं और निवेश के प्रवाह को बढ़ावा देता है।

दोतरफा व्यापार 2010 में 235.5 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर पिछले वर्ष लगभग 1000 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया।

दक्षिण-पूर्व एशियाई राजनीतिक विश्लेषक ब्रिजेट वेल्श ने कहा कि समझौते के इस नए संस्करण से दोनों पक्षों को, खासकर आपूर्ति शृंखलाओं एवं स्थिरता के क्षेत्रों में लाभ होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘यह वैश्विक वास्तविकता को भी दर्शाता है कि गैर-अमेरिकी देश अपनी समृद्धि के लिए व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए एक साथ आ रहे हैं.. हालांकि अमेरिका के साथ पुनः सहयोग स्थापित करने की कोशिश जारी है।’’

चीन और अमेरिका के बीच गहराते व्यापार संघर्ष की संभावना से दुनिया भर में आर्थिक वृद्धि के कमजोर होने का जोखिम बढ़ गया है।

दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि अमेरिका-चीन व्यापार समझौता करीब आता दिख रहा है।

अधिकारियों ने कहा था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के नेता शी चिनफिंग के बीच महत्वपूर्ण बैठक के दौरान इस पर प्रारंभिक सहमति बनी है।

ट्रंप बृहस्पतिवार को दक्षिण कोरिया में शी से मुलाकात करेंगे, जो एशिया में उनकी यात्रा का अंतिम पड़ाव होगा।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *