भंसाली की फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ के प्रदर्शन के तीन साल पूरे
मुंबई, 26 फरवरी (ऐजेंसी/सक्षम भारत)। बॉलीवुड फिल्मकार संजय लीला भंसाली की सुपरहिट फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ के प्रदर्शन के तीन साल पूरे हो गये हैं। 2022 में, जब इंडस्ट्री अब भी महामारी के असर से उबरने की कोशिश कर रही थी और सिनेमाघरों को दर्शकों की कमी से जूझना पड़ रहा था, तब संजय लीला भंसाली की ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ ने सिनेमा बिजनेस को नई जान दी। यह फिल्म बॉलीवुड के लिए आइस-ब्रेकर साबित हुई क्योंकि महामारी के बाद यह उन चुनिंदा हिंदी फिल्मों में से एक थी, जिसने दर्शकों को फिर से बड़े पर्दे की ओर खींचा। इस फिल्म को न केवल दर्शकों का भरपूर प्यार मिला, बल्कि यह साल की सबसे बड़ी बॉक्स ऑफिस सक्सेस में से एक बनी, जिसने इंडस्ट्री को फिर से खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई।
फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ एक साधारण लड़की गंगूबाई की कहानी बयां करती है, जो काठियावाड़ से मुंबई आती है लेकिन हालात उसे वेश्यावृत्ति में धकेल देते हैं। हालांकि, वह सिर्फ एक पीड़िता बनकर नहीं रहती, बल्कि रेड-लाइट एरिया में एक ताकतवर महिला और प्रभावशाली ‘मैडम’ के रूप में उभरती है। कहानी खुद में बेहद दिलचस्प और प्रभावशाली है, लेकिन इसे जिस स्तर तक पहुँचाया, वह संजय लीला भंसाली के शानदार निर्देशन और आलिया भट्ट की दमदार परफॉर्मेंस का नतीजा है। यह फिल्म सिर्फ एक किरदार की नहीं, बल्कि एक अनकही और कम सुनी गई कहानी को सामने लाने का जरिया बनी। फिल्म ने न सिर्फ एक महिला के संघर्ष और उसकी जीत को दिखाया, बल्कि इसके जरिए सामाजिक-सांस्कृतिक पहलुओं और महिला सशक्तिकरण पर भी गहरी चर्चा छेड़ी। इसी वजह से यह फिल्म समाज पर लंबे समय तक असर छोड़ने वाली सिनेमाई रचना साबित हुई।
फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी को दर्शक और समीक्षक दोनों का खूब प्यार मिला और कई अवॉर्ड्स भी जीते। 2023 के अवॉर्ड्स में आलिया भट्ट को बेस्ट एक्ट्रेस, प्रकाश कापड़िया और उत्कर्षिणी वशिष्ठ को बेस्ट स्क्रीनप्ले और खुद भंसाली को बेस्ट एडिटिंग का अवॉर्ड मिला। इतना ही नहीं, फिल्म ने 69वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में बेस्ट अडैप्टेड स्क्रीनप्ले का अवॉर्ड भी अपने नाम किया।